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राजस्थान-मिट्टियां (SOILS)

स्वयं को परखिये

प्रदेश के नाम को (कॉलम 1) उनमें पाई जाने वाली मिट्टी के प्रकार (कॉलम 3) से सम्बन्धित कीजिए (कॉलम 2 में दिये गये रिक्त स्थान में सम्बन्धित नम्बर को भरकर)

विभिन्न भू-आकृतिक प्रदेशों और उनमें पाई जाने मिट्टी
प्रदेश का नाम कॉलम 1 को कॉलम 3 के नम्बर से सुमेलित कीजिए पाई जाने वाली मिट्टी का प्रकार
पूर्वी अर्द्धशुष्क मैदान 1- काली मटियार मिट्टी
घग्घर मैदान 2- भूरी मटियार मिट्टी
छप्पन मैदान 3- टिब्बेदार पीली -भूरी बलुई मिट्टी
दक्षिणी-पूर्वी पठारी प्रदेश 4- काली, लाल-पीली और जलोढ़ मिट्टियां
बालूका स्तूप वाले प्रदेश 5- लाल दोमट एवं काली मिट्टी
लूनी नदी बेसिन 6- बाढ़कृत मैदानी (भूरी मटियार दोमट) मिट्टी
बनास बेसिन 7- भूरी दोमट मिट्टी
चम्बल और माही बेसिन 8- जलोढ़ और भूरी मिट्टी

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पृथ्वी की सबसे ऊपरी कठोर परत को भूपपर्टी कहते हैं। यह महाद्वीपीय एवं महासागरीय भूपपर्टी के रुप में है। इसे स्थलमण्डल भी कहते हैं जिसमें भूपपर्टी एवं अनुपटल का सबसे ऊपरी भाग सम्मिलित है। यह दुर्बलतामण्डल के ऊपर स्थित है।

स्मरणीय तथ्य

मिट्टी में रंग, गठन और संरचना जैसे भौतिक गुण विद्यमान होते हैं।


कृषि के लिए मिट्टी को जोतने पर मिट्टी के कणों की व्यवस्था से मिट्टी की संरचना का पता चलता है।


मिट्टी की संरचना इसकी जल धारण क्षमता एवं जुताई को प्रभावित करती है।


राजस्थान में पाई जाने वाली विभिन्न प्रकार की मिट्टियां दीर्घावधि की अपरदन (Erosion), परिवहन (Transportation) एवं निक्षेपण (Deposition) की प्रक्रियाओं से निर्मित हैं।


राजस्थान में पाई जाने वाली मिट्टियां जलोढ़ (Alluvial) और वातोढ़ (Aeolian) हैं।